गर्भधारण किसी भी महिला के लिए एक सुखद अनुभव होता है, लेकिन जब बार-बार गर्भपात (Recurrent Pregnancy Loss) होता है, तो यह शारीरिक और मानसिक रूप से बेहद दर्दनाक हो सकता है। चिकित्सकीय रूप से, यदि किसी महिला को लगातार दो या उससे अधिक बार गर्भपात होता है, तो इसे Recurrent Pregnancy Loss (RPL) कहा जाता है।
बार-बार गर्भपात के लक्षण
हालांकि कई बार गर्भपात अचानक हो जाता है, लेकिन कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
- पेट या निचले हिस्से में तेज़ दर्द या ऐंठन
- योनि से खून आना या स्पॉटिंग
- गर्भावस्था के लक्षण जैसे उल्टी, थकान आदि का अचानक कम होना
- भ्रूण की हृदय गति का रुक जाना (अल्ट्रासाउंड द्वारा पता चलता है)
बार-बार गर्भपात के कारण
बार-बार गर्भपात के कई संभावित कारण हो सकते हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
- जेनेटिक या क्रोमोसोमल असामान्यताएँ:
भ्रूण के जीन में गड़बड़ी गर्भपात का एक सामान्य कारण है। - हार्मोनल असंतुलन:
प्रोजेस्टेरोन या थायरॉइड हार्मोन की कमी गर्भ ठहरने में बाधा डाल सकती है। - गर्भाशय में संरचनात्मक समस्याएँ:
गर्भाशय की दीवार में फाइब्रॉइड, सेप्टम या अन्य असामान्यताएँ भी जिम्मेदार हो सकती हैं। - प्रतिरक्षा प्रणाली की समस्या:
कभी-कभी शरीर भ्रूण को ‘विदेशी तत्व’ मानकर अस्वीकार कर देता है। - जीवनशैली और स्वास्थ्य कारक:
धूम्रपान, शराब सेवन, मोटापा या उच्च तनाव जैसी आदतें भी जोखिम बढ़ाती हैं।
जांच और परीक्षण (Testing for Recurrent Pregnancy Loss)
अगर बार-बार गर्भपात हो रहा है, तो डॉक्टर निम्नलिखित जांचें सुझा सकते हैं:
- ब्लड टेस्ट: हार्मोनल या थायरॉइड संबंधी असंतुलन की जांच
- जेनेटिक टेस्टिंग: दोनों पार्टनर्स के क्रोमोसोम की जांच
- अल्ट्रासाउंड या HSG: गर्भाशय की संरचना का मूल्यांकन
- इम्यूनोलॉजिकल टेस्ट: शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली का अध्ययन
निष्कर्ष
बार-बार गर्भपात का मतलब यह नहीं कि आप दोबारा माँ नहीं बन सकतीं। सही निदान, उपचार और जीवनशैली में सुधार से कई महिलाएँ स्वस्थ गर्भधारण कर पाती हैं।
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